AIF
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कृषि अवसंरचना कोष (AIF) की संपूर्ण जानकारी

परिचय:
कृषि अवसंरचना कोष (Agriculture Infrastructure Fund – AIF) भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 में शुरू की गई एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य देश में कृषि क्षेत्र की आधारभूत संरचना को मजबूत करना है। यह योजना किसानों, किसान उत्पादक संगठनों (FPOs), सहकारी समितियों, कृषि उद्यमियों और स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करती है ताकि वे आधुनिक भंडारण सुविधाओं, आपूर्ति श्रृंखलाओं, प्रसंस्करण इकाइयों और अन्य कृषि अवसंरचना परियोजनाओं की स्थापना कर सकें।


1. कृषि अवसंरचना कोष (AIF) क्या है?

AIF एक वित्तीय योजना है जिसके तहत किसानों और कृषि से जुड़े उद्यमों को 1 लाख करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधा प्रदान की जाती है। यह कोष कृषि क्षेत्र में दीर्घकालिक निवेश को प्रोत्साहित करता है जिससे किसानों को अपने उत्पादों के उचित भंडारण, प्रसंस्करण और विपणन में मदद मिलती है।

मुख्य उद्देश्य:

  • कृषि अवसंरचना का विकास करना
  • किसानों की आय में वृद्धि करना
  • कृषि उपज की बर्बादी को कम करना
  • आधुनिक भंडारण और प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना

2. AIF के अंतर्गत वित्तीय सहायता

इस योजना के तहत सरकार लाभार्थियों को 3% ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है और क्रेडिट गारंटी भी उपलब्ध कराती है।

मुख्य वित्तीय विशेषताएँ:

  • ऋण सीमा: प्रति परियोजना अधिकतम ₹2 करोड़ तक का ऋण
  • कार्यकाल: 7 वर्ष तक की चुकौती अवधि
  • ब्याज सब्सिडी: 3% की सब्सिडी
  • क्रेडिट गारंटी: ₹2 करोड़ तक के ऋण पर क्रेडिट गारंटी
  • कुल बजट: ₹1 लाख करोड़

3. पात्रता (Eligibility Criteria)

AIF योजना का लाभ विभिन्न लाभार्थी समूहों को मिलता है, जिनमें शामिल हैं:

  • किसान (एकल और समूह के रूप में)
  • किसान उत्पादक संगठन (FPOs)
  • सहकारी समितियाँ
  • स्टार्टअप्स और कृषि उद्यमी
  • राज्य एजेंसियाँ और स्वयं सहायता समूह (SHG)
  • पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल में कार्य करने वाले संगठन

4. AIF के तहत अनुमोदित गतिविधियाँ

AIF के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता का उपयोग निम्नलिखित कृषि संरचना परियोजनाओं के लिए किया जा सकता है:

  • कोल्ड स्टोरेज (Cold Storage)
  • वेयरहाउसिंग (Warehousing)
  • कृषि प्रसंस्करण इकाइयाँ (Agri-Processing Units)
  • पैकेजिंग और ग्रेडिंग यूनिट्स
  • ई-मार्केटिंग प्लेटफॉर्म्स
  • स्मार्ट और डिजिटल कृषि प्रणालियाँ
  • जैविक खेती के लिए बुनियादी ढाँचा
  • उर्वरक और बीज भंडारण सुविधाएँ

5. AIF के लिए आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।

आवेदन प्रक्रिया:

  1. आधिकारिक पोर्टल पर पंजीकरण करेंhttps://agriinfra.dac.gov.in/
  2. आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें (आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स, प्रोजेक्ट रिपोर्ट आदि)
  3. बैंक द्वारा आवेदन की समीक्षा
  4. अनुमोदन के बाद ऋण प्राप्त करें

6. AIF के लाभ

  • किसानों को सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध कराना
  • आधुनिक तकनीकों को अपनाने में सहायता
  • कृषि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार
  • किसानों की आय में वृद्धि
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाना
  • कृषि क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा देना

7. AIF योजना की वर्तमान स्थिति और प्रभाव

सरकार ने इस योजना के माध्यम से अब तक हजारों किसानों और संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान की है। इससे कृषि क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में बड़ा सुधार हुआ है।

मुख्य आँकड़े (2024 तक):

  • वितरित ऋण: ₹50,000 करोड़ से अधिक
  • लाभार्थियों की संख्या: 30,000 से अधिक
  • स्थापित कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस: 2,500 से अधिक

8. निष्कर्ष

कृषि अवसंरचना कोष (AIF) भारत सरकार की एक क्रांतिकारी योजना है, जो किसानों और कृषि उद्यमों को मजबूत करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से कृषि क्षेत्र में दीर्घकालिक निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो रही है और कृषि उत्पादों की गुणवत्ता और निर्यात क्षमता में सुधार हो रहा है। यदि इस योजना को सही तरीके से लागू किया जाए, तो यह भारतीय कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

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