राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और हनी मिशन (NBHM – National Beekeeping and Honey Mission)
राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और हनी मिशन (NBHM) भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना, शहद उत्पादन में वृद्धि करना और इस क्षेत्र को संगठित और वैज्ञानिक रूप से विकसित करना है। इसे 2020-21 में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत लॉन्च किया गया था और इसे कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।
1. मिशन का उद्देश्य
NBHM का मुख्य उद्देश्य मधुमक्खी पालन को एक सशक्त और लाभदायक व्यवसाय बनाना है, जिससे किसानों और उद्यमियों को आर्थिक लाभ हो और जैव विविधता को भी बढ़ावा मिले। इसके प्रमुख लक्ष्य निम्नलिखित हैं:
- मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना – वैज्ञानिक तरीकों से मधुमक्खी पालन का विकास शहद को बढाना
- शहद और अन्य मधुमक्खी उत्पादों की गुणवत्ता सुधार – मानकीकरण, ब्रांडिंग और प्रमाणन को बढ़ावा देना।
- किसानों की आय में वृद्धि – शहद उत्पादन को एक व्यावसायिक अवसर के रूप में विकसित करना जिससे किसान और समन्वित खेती को बढ़ावा दे सके |
- रोजगार सृजन – ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नए रोजगार अवसरों का निर्माण आर्थिक जीवन में सुधार करवाना |
- पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना – मधुमक्खियों के परागण से कृषि उत्पादन में सुधार करना किसानो के द्वारा संभव है |
- वैश्विक निर्यात को प्रोत्साहन – भारतीय शहद को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाना।
2. मिशन के मुख्य घटक
NBHM योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए इसे निम्नलिखित घटकों में विभाजित किया गया है:
A. मधुमक्खी पालन के लिए प्रशिक्षण एवं जागरूकता
- नए और मौजूदा मधुमक्खी पालकों को आधुनिक तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया जाता है।
- ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से मधुमक्खी पालन की जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।
- सरकार द्वारा संस्थाओं के माध्यम से प्रशिक्षण आदि दिलवा कर मधुमक्खी पालन आदि में कार्य करवाना
- मधुमक्खी पालन में उनकी पैकेजिंग ब्रांडिंग आदि की जानकारी प्रदान करवाना
B. वित्तीय सहायता एवं सब्सिडी
- मधुमक्खी पालन से संबंधित उपकरणों, बॉक्स, फ्रेम आदि की खरीद के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
- नए मधुमक्खी पालकों के लिए स्टार्टअप ग्रांट और सब्सिडी की व्यवस्था।
- निजी एवं सहकारी संस्थाओं के माध्यम द्वारा लोन एवं सब्सिडी आदि की सुविधा प्रदान करवाना
C. अनुसंधान एवं विकास (R&D)
- वैज्ञानिक संस्थानों के साथ मिलकर मधुमक्खियों की उन्नत नस्लों और मधुमक्खी पालन तकनीकों पर शोध किया जाता है।
- मधुमक्खियों से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम के लिए नए तरीकों पर कार्य किया जाता है।
D. शहद और अन्य उत्पादों का प्रमाणीकरण और गुणवत्ता नियंत्रण
- शहद की शुद्धता बनाए रखने के लिए गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना।
- फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के मानकों के अनुसार शहद का परीक्षण और प्रमाणीकरण।
E. मार्केटिंग और ब्रांडिंग को बढ़ावा
- भारतीय शहद को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान दिलाने के लिए मार्केटिंग योजनाएँ।
- किसानों और उत्पादकों को सीधा उपभोक्ताओं से जोड़ने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म और ई-कॉमर्स को बढ़ावा।
- समूह आदि द्वारा प्रचार प्रसार करवाना |
- सहकारी मेले जेसे सरस मेले आदि में उनकी प्रदर्शनी करवा कर उनमें प्रचार प्रसार करवाना |
3. योजना के लाभार्थी
NBHM योजना का लाभ निम्नलिखित समूहों को मिलता है:
- किसान
- निजी संस्थाओं के लाभार्थी
- प्रशिक्षण लिए हुए लाभार्थी
