फ्लोरिकल्चर (Floriculture) कृषि का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसमें फूलों और सजावटी पौधों की वैज्ञानिक खेती की जाती है। यह न केवल सौंदर्य बढ़ाने का कार्य करता है, बल्कि आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।
2. फ्लोरिकल्चर का महत्व:-
फूलों की खेती न केवल सौंदर्य और मानसिक शांति प्रदान करती है, बल्कि यह औद्योगिक, औषधीय, और व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत लाभकारी है।एवं फूलो की खेती करना बहुत है आसान है
फ्लोरिकल्चर/फूलो की खेती के लाभ
लाभ के प्रकार
विवरण
आर्थिक
निर्यातएवं व्यापार के लिए लाभकारी
सौंदर्यात्मक
बागवानी एवं लैंडस्केपिंग में उपयोगी
औषधीय
सुगंधित तेल, औषधीय पौधों में सहायक
पर्यावरणीय
ऑक्सीजन उत्पादन एवं पर्यावरण शुद्धता में योगदान
3. फ्लोरिकल्चर के प्रमुख प्रकार निम्न लिखित है
कट फ्लॉवर उत्पादन (Cut Flower Production): इसमें गुलाब, गेंदा, कार्नेशन, लिली आदि फूलों की खेती शामिल होती है।
पॉटेड प्लांट्स (Potted Plants): गमलों में सजावटी पौधों की खेती, जैसे बोनसाई, ऑर्किड्स आदि।
लैंडस्केपिंग (Landscaping): पार्क, उद्यान, एवं ग्रीन एरिया के विकास हेतु फूलों और पौधों का उपयोग।
अरोमैटिक और औषधीय पौधे (Aromatic & Medicinal Plants): लैवेंडर, चमेली, गुलाबजल आदि उत्पादन के लिए।
ग्रीनहाउस और नियंत्रित खेती (Greenhouse & Controlled Cultivation): इसमें विशेष तापमान और नमी नियंत्रण तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
4. फूलो की खेती में उपयोग की जाने वाली तकनीकें:-
(i) उत्तम बीज और पौधों का चयन
फ्लोरिकल्चर में उच्च गुणवत्ता वाले बीजों और पौधों का चयन किया जाता है, जिससे फूलों का उत्पादन बेहतर हो।
(ii) उन्नत सिंचाई प्रणाली
सिंचाई विधि
लाभ
ड्रिप सिंचाई
जल की बचत एवं बेहतर जल प्रबंधन
स्प्रिंकलर
समान रूप से जल आपूर्ति
फॉगिंग सिस्टम
ग्रीनहाउस के लिए उपयुक्त
(iii) उर्वरक एवं पोषण प्रबंधन
संतुलित पोषण के लिए जैविक खाद, वर्मीकंपोस्ट, एवं नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश (NPK) का उपयोग किया जाता है।
(iv) रोग एवं कीट नियंत्रण
जैविक कीटनाशक और प्राकृतिक प्रतिरोधी विधियाँ अपनाई जाती हैं।
हानिकारक कीटों के लिए फेरोमोन ट्रैप्स का उपयोग किया जाता है।
5. भारत में फ्लोरिकल्चर का व्यवसाय
भारत में फ्लोरिकल्चर का क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश इसके प्रमुख उत्पादक राज्य हैं। लेकिन किसी भी क्षेत्र में फूलो की खेती को किया जा सकता है
फ्लोरिकल्चर में रोजगार के अवसर:-
रोजगार का क्षेत्र
संभावनाएँ
फूलों की खेती
स्थानीय एवं निर्यात व्यवसाय
पुष्प सज्जा (Floral Decoration)
शादी, होटल, इवेंट इंडस्ट्री
नर्सरी प्रबंधन
पौधों और फूलों की नर्सरी संचालन
ग्रीनहाउस तकनीशियन
उन्नत खेती तकनीकों में विशेषज्ञ
फूलों का निर्यात
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
फ्लोरिकल्चर केवल फूलों की खेती तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आर्थिक, पर्यावरणीय और सौंदर्यात्मक रूप से भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आधुनिक तकनीकों और वैज्ञानिक तरीकों के उपयोग से इस क्षेत्र में अत्यधिक संभावनाएँ हैं। फूलो की खेती अन्यखेती से अधिक मुनाफा देती है साथ ही इसे उगाना उतना ही सरल है | फूलो की खेती किसी भी निश्चित समय क्षेत्र की आवश्यकता नहीं होती है इसे आप कभी भी उगा सकते है |