मौसम विज्ञान (Meteorology):-
यह एक Greek शब्द है, जो मैट्रोस (Metros) से बना है। ग्रीक
जलवायु विज्ञान में मौसम में घटित घटनाओं का विश्लेषण किया जाता है। जिससे मोसम विज्ञान की जानकारी प्राप्त होती है
(WMO) – वर्ल्ड मिटेरोलोजी ऑर्गेनाइजेशन, जिनेवा, स्विटजरलेण्ड।
(IMD) = [इण्डियन मीटेरोलोजी डिपार्टमेन्ट की स्थापना 1875 में पूणे, महाराष्ट्र
(IAMD) = इण्डियन एग्रीकल्चरल मेटेरोलोजी डिपार्टमेन्ट की स्थापना 1932 में दिल्ली।
मौसम (Weather) :-
किसी निश्चित स्थान पर एक निश्चित समय में उपस्थित वायुमंडल की दशाओं या आकस्मिक घटनाओं को “मौसम” कहते है।
यह एक छोटे क्षेत्र एवं बहुत कम समय के लिए होता है। जैसे एक दिन, एक सप्ताह, एक माह आदि को मोसम कहा जाता है
यह वायुमण्डल की क्षणिक अवस्था का प्रतीक है। जो कि निरन्तर परिर्वतन होती रहती है
जलवायु (Climate) :-
यह किसी निश्चित क्षेत्र के दीर्घकालीन वायुमण्डलीय या मौसम की दशाओं का योग जो वृहत क्षेत्र एंव लम्बे समय के लिए होता है।
- व्यष्टि जलवायु (Micro climate)
- पृथ्वी के समीपवर्ती जलवायु जहां पादप एवं जन्तु निवास करते है व्यष्टि जलवायु या सुक्ष्म जलवायु कहलाती है।
- समिष्ट जलवायु (Macro climate) :-
- यह पृथ्वी की सतह से कुछ मीटर उपर तक विद्यमान रहती है।
वायुमण्डल (Atmosphere):-
समुद्रतल से औसत ऊंचाई 1600 कि.मी. होती है
वायुमंडल की समुद्रतल से औसत ऊंचाई को अल्टीट्यूड (Altitude) कहते है
जो मुख्यत : रेल्वे स्टेशनों पर अंकित होती है।
उर्ध्व तापमान में भिन्नता (Vertical temperature gradient) के आधार पर वायुमण्डल को चार भागों में विभाजित किया गया है जो इस प्रकार है :-
- क्षोभ मण्डल (Trophosphere) → मौसम:-
समुद्रतल से औसत ऊंचाई 8 से 18 कि.मी. (8 km ध्रुवों पर व 18 km विषुवत रेखा पर) OMW
ऊंचाई के साथ तापमान में प्रति किलोमीटर 6.5°C गिरावट आती है जिसे ताप ह्रास दर (Lapse rate) कहते है।
मौसम सम्बन्धी घटनाएं (बादल वर्षा तूफान औलावृष्टि आदि) इसी में होती है।।
2 समताप मण्डल (Stratosphere) ओजोन:-
समुद्रतल से औसत ऊंचाई 18 से 50 कि.मी.।
ऊंचाई के साथ तापमान में वृद्धि होती है अतः सबसे गर्म मण्डल है।
इसकी निचली सतह (20 से 30 कि.मी.) में ओजोन (O3) गैस पाई जाती है जो सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (Ultra-voilet) विकिरणों को पृथ्वी पर आने से रोकती है।
मुख्यतया ओजोन परत का क्षरण क्लोरो फ्लोरो कार्बन (CFC) से होता है।
3. मध्य मण्डल (Mesosphere):-
समुद्रतल से औसत ऊंचाई 50 से 80 कि.मी./
4. ताप मण्डल (Thermosphere/exosphere):-
समुद्रतल से औसत ऊंचाई (80 से 1600 कि.मी.
इसे आयन मण्डल भी कहते है जिसमें लम्बी दूरी की रेडियो तरंगों का गमन होता है।
वायुमण्डल एवं मृदा का गैसीय संघटन :-
वायुमण्डल की मुख्य गैसे नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, ऑर्गन व कार्बनडाईऑक्साइड है।,
अन्य गैसों में ओजोन, हीलियम, नियॉन, जिनॉन, क्रिप्टॉन, हाइड्रोजन आदि
तापमान ज्ञात करने की इकाईयां :-
- सेल्सीयस (°C)
इसमें पानी का जमाव बिन्दु 0 deg * C तापमान पर एवं उबाल बिन्दु 100 deg * C पर होता है।
. फॉरहनाइट से सेल्सियस में बदलने का सूत्र C = (F – 32) 5/9 होता है
2.फॉरहनाइट (°F)
इसमें पानी का जमाव बिन्दु 32 deg F एवं उबाल बिन्दु 210 deg * F होता है।
सेल्सियस से फॉरहनाइट में बदलने का सूत्र F = C(9/5) + 32 होता है।
3.केल्विन (°K)
यह तापमान ज्ञात करने की निरपेक्ष (absolute) ईकाई है।
जल का जमाव बिन्दु 273 deg * K पर होता है।
केल्विन का सूत्र K = C + 273 होता है।
तापमान ज्ञात करने के यंत्र :-
- अधिकतम तापमापी (Maximum thermometer) –
इसमें कांच की ट्यूब में पारा (Mercury) भरा रहता है।
दिन में अधिकतम तापमान 2.00 PM पर मापा जाता है।
2.न्युनतम तापमापी (Minimum thermometer) –
न्युनतम तापमान रात के 4.00 AM पर मापा जाता है।
इसकी कांच की ट्युब में एल्कोहॉल भरा रहता है।
3.मृदा तापमापी (Soil thermometer) –
यह एक मर्करी से भरी कांच ट्यूब होती है।
तथा इससे मृदा तापमान ज्ञात किया जाता है।
