कृषि पर्यवेक्षक(AGRICULTURE SUPERVISOR ): कार्य, जिम्मेदारियां और वेतन की संपूर्ण जानकारी हिंदी में

कृषि पर्यवेक्षक(AGRICULTURE SUPERVISOR ): कार्य, जिम्मेदारियां और वेतन की संपूर्ण जानकारी हिंदी में

कृषि पर्यवेक्षक (Agriculture Supervisor) कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पद होता है, जो किसानों को वैज्ञानिक और तकनीकी रूप से उन्नत खेती करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। इस पद के लिए उम्मीदवारों को कृषि विज्ञान में विशेष ज्ञान और फील्ड वर्क का अनुभव होना आवश्यक होता है। कृषि पर्यवेक्षक विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में कार्य करते हैं और किसानों की आय को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कृषि पर्यवेक्षक खेत एवं किसान से जुडा हुआ एक मुख्य पद है जिससे किसानो को बहुत ही मदद मिलती है जिससे खेती में किसानो के अच्छा मुनाफा होने की सम्भावना बड जाती है |


कृषि पर्यवेक्षक का मुख्य कार्य किसानों को आधुनिक तकनीकों से अवगत कराना और फसलों की उपज बढ़ाने के लिए सही दिशा-निर्देश देना होता है। किसानो की भूमि को उपजाऊ बनवाना साथ ही किसानो को उपज का सही मूल्य दिलवाना आदि प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं:

  1. तकनीकी सहायता प्रदान करना:
  2. जल संसाधन प्रबंधन:
    • सिंचाई के सही तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाना।
    • जल संरक्षण की तकनीकों जैसे ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिस्टम को बढ़ावा देना।
    • किसानो को पाइप लाइन ड्रिप सिचाई आदि योजनाओ में लाभ दिलवाना
  3. कृषि विपणन और वित्तीय सहायता:
  4. रिपोर्टिंग और डेटा विश्लेषण:
  5. कीट एवं रोग नियंत्रण:
  6. कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन:

शैक्षणिक योग्यता:

  • उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कृषि विज्ञान (B.Sc. Agriculture) या इससे संबंधित विषय में स्नातक होना आवश्यक है।
  • कुछ पदों के लिए डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर भी मान्य होता है।
  • सहकारी नोकरी के लिए 12TH कृषि भी मान्य

अन्य आवश्यक योग्यताएँ:

  • क्षेत्रीय कृषि ज्ञान और फसल प्रबंधन की समझ।
  • किसानों के साथ संवाद स्थापित करने की कुशलता।
  • कंप्यूटर एवं डेटा विश्लेषण की बुनियादी जानकारी।
  • अन्य संस्थाओ का अनुभव जिसमे सहकारी एवं गैर सहकारी संस्था हो |

कृषि पर्यवेक्षक का वेतन कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे:

  • अनुभव
  • कार्यक्षेत्र (सरकारी या निजी)
  • कार्य स्थान

सरकारी नौकरी में वेतन पे स्केल, ग्रेड पे और भत्तों के अनुसार निर्धारित होता है। आमतौर पर, सरकारी कृषि पर्यवेक्षक का प्रारंभिक वेतन 14500 से 32000 रुपये प्रति माह होता है, जो अनुभव के साथ बढ़कर 60,000 से 80,000 रुपये प्रति माह तक जा सकता है।

निजी कंपनियों और कृषि आधारित संगठनों में कृषि पर्यवेक्षक का वेतन 20,000 से 50,000 रुपये प्रति माह के बीच होता है। अनुभवी कृषि विशेषज्ञों को उच्च पदों पर 1,00,000 रुपये प्रति माह तक का वेतन मिल सकता है।

  • यात्रा भत्ता (TA)
  • महंगाई भत्ता (DA)
  • आवासीय सुविधा
  • बीमा और पेंशन योजनाएँ
  • अन्य सहकारी योजना

कृषि पर्यवेक्षक के लिए विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं:

  1. सरकारी संस्थान:
    • कृषि विभाग
    • भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR)
    • राज्य कृषि विश्वविद्यालय
    • राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD)
    • एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एजेंसी (ATMA)
    • रूरल एंड पंचायती राज डिपार्टमेंट (RAJEEVIKA)
    • NGO
  2. निजी क्षेत्र:
    • खाद एवं उर्वरक कंपनियाँ
    • बीज एवं कीटनाशक उद्योग
    • कृषि उपकरण निर्माण कंपनियाँ
    • कृषि तकनीक (Agri-Tech) स्टार्टअप्स
    • पशु आहार उद्योग
  3. स्वरोजगार के अवसर:
    • स्वयं की कृषि फार्मिंग शुरू करना।
    • जैविक खेती और कृषि परामर्श सेवाएँ प्रदान करना।
    • एग्री-बिजनेस और एग्री-ट्रेडिंग।
    • एग्री – मोरिंगा मैन्युफैक्चरिंग पेकेजिंग वैल्यू एडिटिंग

कृषि पर्यवेक्षक का कार्य कृषि क्षेत्र में नवाचार और उत्पादकता बढ़ाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक लोगों के लिए सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में रोजगार के पर्याप्त अवसर हैं। इसके अलावा, यह पद किसानों की समस्याओं को हल करने और कृषि क्षेत्र के सतत विकास में योगदान देने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। किसानो को नयी नयी तकनीको के बारे में जानकारी मिलती है साथ ही एसी योजनाओ की जानकारी मिलती है जिससे किसानो को खेती करने में मदद मिल सके |


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